पाठकों के पत्र

(केसी शर्मा, सूबेदार मेजर(रि.),गगल ) भारत के समक्ष कई गंभीर समस्याएं हैं। बढ़ती जनसंख्या, बढ़ती बेरोजगारी, भ्र्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, सामाजिक उत्थान, समाज के भीतर बढ़ती असमानता। यह्य समस्याएं देश की अपनी समस्याएं हैं, जिन से सरकारें लड़ रही हैं।  इन समस्याओं पर काबू पाने में लंबी योजनाएं बनाने में सरकारें प्रयासरत  हैं। आज सबसे चर्चित

(कृष्ण गतवाल, संतौन, सिरमौर) हिमाचल को हम देवभूमि कहते बड़ा गर्व महसूस करते हैं और यह देवभूमि है भी। पर आजकल हिमाचल में भी शादी समारोहों पर काफी खर्चा किया जाता है। लोग शराब  पर पानी की तरह पैसा बहाते हैं। दिखावे के लिए शादी समारोहों पर इतना खर्च करते हैं कि सारी उम्र के

( राधा पठानिया, कुल्लू ) सड़कों पर आजकल सैलानियों का सैलाब देखा जा सकता है। पर हिमाचल की व्यवस्थाएं हांफती सी लगती हैं। कहीं जाम, तो कहीं खराब सड़कें हिमाचल की छवि पर दाग लगाती हैं… विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !

( मनोज  राणा, नाहन ) प्रदेश में आए दिन लोगों के खातों से मोबाइल पर शातिर एटीएम का पिन जानकर चूना लगा रहे हैं। कल के ही एक समाचार के अनुसार महज आधार कार्ड का नंबर जानकर ही किसी ने 49 हजार रुपए किसी के खाते से निकाल लिए। ऐसे लोग फोन पर खुद को

( डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर ) हिमाचल प्रदेश की एकमात्र स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अब ऐसे डस्टबिन लगाए जाएंगे, जो जर्मनी के फार्मूले पर काम करेंगे। ये ऐसे डस्टबिन होंगे, जिनमें सेंसर लगे होंगे तथा जिसमें कूड़ा भरते ही अलार्म नगरपालिका कार्यालय में बज जाएगा और कूड़ा उठाकर नगर पालिका कर्मचारी ले जाएंगे। इसके लिए

( राकेश परमार, सोलन ) देवभूमि हिमाचल में त्योहारों, समारोहों की अपनी एक अनूठी पहचान है। लिहाजा साल भर विभिन्न उत्सवों, मेलों व त्योहारों के अलावा पारिवारिक समारोह चलते ही रहते हैं। इसके साथ ही इन विशेष अवसरों पर हिमाचली पकवानों का खासा महत्त्व रहता है, लेकिन शायद समाज की कोई भी परंपरा नकारात्मक पक्षों

( मानसी जोशी ) सहारनपुर में फिर हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों के कारण वह जातीय हिंसा के चपेट में आ गया। जाति के मुद्दे को लेकर सामाजिक वातावरण अशांत करना मतलब उसी मुद्दे पर अड़े रहना है। इससे कभी कुछ हासिल नहीं होगा। उससे सिर्फ  समाज में जाति के सहारे दीवारें बनती जाएंगी और उस

( डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर ) एक तरफ उग्रवाद, एक तरफ उग्रवाद को करारा जवाब। यदि इसे इस तरह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। एक तरफ जहां इंग्लैंड के लंदन में मनचैस्टर में एक अमरीकी स्टार एशियान ग्रांदे के प्रोग्राम में आईएसआईएस ने धमाका किया और 22 निहत्थे लोगों की मौत हो गई

( रूबी पठानिया,मनाली ) पहले पीलिया और अब स्वाइन फ्लू हिमाचल में अपने पैर पसारने लगा है। वैसे हिमाचल स्वास्थ्य में अव्वल है, पर हो सकता है यह अव्वल सिर्फ आंकड़ों के हिसाब से ही होगा। जमीनी हकीकत तो यह पीलिया और स्वाइन फ्लू बताते हैं कि हिमाचल स्वास्थ्य सेवाओं में कितना अव्वल है। मंडी