hp elections 2022

कांग्रेस ने आठ पर बदले प्रत्याशी, पूर्व मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को नहीं मिला टिकट 17 क्षेत्र अनुसूचित जाति, तीन जनजातीय वर्ग के लिए आरक्षित विशेष संवाददाता — शिमला प्रदेश की 20 आरक्षित सीटों के समीकरण इस दफा यह तय करेंगे कि विधानसभा में किसका राजतिलक होगा और कौन से दल को विपक्ष में बैठना

विशेष संवाददाता — शिमला कांग्रेस में टिकट तय करने को लेकर जारी घमासान के बीच शुक्रवार को सामने आई एक लिस्ट चर्चा में है। कांग्रेस ने इस लिस्ट को पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र करार दिया है। साथ ही लिस्ट जारी करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है। इस लिस्ट के जारी होने

किन्नौर, पांवटा साहिब, मनाली, हमीरपुर और जयसिंहपुर में घमासान विशेष संवाददाता — शिमला कांग्रेस की शेष पांच सीटों पर टिकटों का ऐलान नहीं हो पाया है। नामांकन दाखिल करने के लिए महज एक ही दिन बचा है और इन हालात में भी कांग्रेस की पांच सीटें फंसी हुई हैं। आखिरी क्षणों में किन्नौर, जयसिंहपुर, हमीरपुर,

महेश्वर सिंह ने भाजपा टिकट पर कुल्लू से भरा नामांकन, पुत्र हितेश्वर ने बंजार से निर्दलीय ठोंकी ताल मोहर सिंह पुजारी — कुल्लू जिला कुल्लू में विधायकी की विरासत संभालने के लिए पिता-पुत्र ने चुनावी मैदान में ताल ठोंक दी है। पिता भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव रण में

विशेष संवाददाता—शिमला शिमला। प्रदेश की 20 आरक्षित सीटों के समीकरण इस दफा यह तय करेंगे कि विधानसभा में किसका राजतिलक होगा और कौन से दल को विपक्ष में बैठना पड़ेगा। प्रदेश की कुल 68 सीटों में से 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, जबकि तीन सीटें जनजातीय वर्ग की हैं। इनमें से

सुजानपुर। विधानसभा क्षेत्र सुजानपुर से भाजपा प्रत्याशी कैप्टन रंजीत सिंह की नॉमिनेशन के लिए सुजानपुर पहुंचे केंद्रीय सूचना प्रसारण एंव खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर जब मंच पर अपना संबोधन कर रहे थे, तो वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को याद करते हुए रो पड़े, नम आंखों से उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया। इस दौरान मंच पर विराजमान भाजपा मंडल पदाधिकारी स्थानीय जनता भी धूमल को याद करके रोने लगी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि धूमल प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ एक आम कार्यकर्ता बनकर विधानसभा क्षेत्र में काम करते रहे हैं, जहां से उन्हें चुनाव लडऩे के लिए बोला गया, वह लड़े । वर्तमान में भी आम कार्यकर्ता बनकर सक्रिय हैं और सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी की जीत को लेकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि सुजानपुर में कमल खिलाना है और पुरानी हार का बदला लेना है, इसलिए हर कार्यकर्ता धूमल जी को उम्मीदवार मान कर कमल के फूल पर निशान लगाकर सुजानपुर की सीट को भारी मतों से जीताकर नरेंद्र मोदी की झोली में डालें। उन्होंने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत का आगाज होगा पूरे जिले की पांचों की पांचों सीटें...

कांग्रेस की टिकट का इंतजार गुरुवार को कुछ हद तक खत्म हो गया। कांग्रेस ने 17 और नाम फाइनल कर दिए हैं और अब सिर्फ पांच ही सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। दिल्ली में दिन भर चली माथापच्ची के बाद देर रात तक 17 टिकट...

भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को शेष छह सीटें भी घोषित कर दीं और साथ ही एक सीट पर अपना प्रत्याशी भी बदल दिया। विधानसभा क्षेत्र चंबा सदर से भाजपा ने पहले इंदिरा कपूर को टिकट दिया था, लेकिन गुरुवार शाम को राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी प्रेस बयान के अनुसार इंदिरा की जगह अब नीलम नैयर को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया है। नीलम नैयर चंबा के विधायक पवन नैयर की धर्मपत्नी हैं और नगर परिषद की चुनावी राजनीति में हैं। भाजपा को यह फैसला इसलिए लेना पड़ा क्योंकि प्रत्याशी चयन के बाद यह पता चला था ...

भाजपा ही नहीं कांग्रेस भी कर चुकी है बड़ा उलटफेर मुकेश कुमार — अर्की (सोलन) प्रमुख राजनीतिक दलों के टिकट कटने के लिए चर्चित अर्की की विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ है। इस बार भाजपा ने रतनपाल का टिकट काटकर गोविंद राम शर्मा को दे दिया है। बीते विधानसभा चुनाव में

भारतीय जनता पार्टी की सरकार को फिर से सत्ता में आने से कोई ताकत नहीं रोक सकती। प्रदेश की जनता ने तय कर लिया है कि इस बार फिर से भाजपा की सरकार होगी। इस बार रिवाज बदलकर रहेगा। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बंजार में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब हमने रिवाज बदलने की बात कही तो कुछ लोगों ने कहा कि रिवाज तो बड़े-बड़े लोग नहीं बदल पाए्र लेकिन रिवाज बदलने के लिए छोटे लोग भी काफी होते हैं। अबकी बार हम छोटे लोग इक_ा होकर रिवाज बदलकर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच वर्ष के कार्यकाल में हमने समर्पित होकर ईमानदारी के साथ हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए काम किया है। पांच साल बाद भी हमारी सरकार पर कोई आरोप नहीं है। कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए आदित्य विक्रम सिंह का जिक्र