ब्लॉग

भारत क्षेत्रफल तथा आबादी के हिसाब से विश्व का एक बड़ा देश है। हमारे देश में अलग-अलग भाषाएं, बोलियां बोलने वाले तथा अलग-अलग धर्म, जाति से संबंध रखने वाले लोग रहते हैं। भौगोलिक संरचना के हिसाब से अगर देखें तो उत्तर- पूर्व में पहाड़, पश्चिम और दक्षिण में समुद्र और उत्तर-दक्षिण में मरुस्थल होने से

शिव सेना के विधायकों ने ठीक ही कहा कि बाला साहिब ठाकरे ने हिंदुत्व के जिस सनातन मार्ग पर यात्रा प्रारंभ की थी, उनके पुत्र ने सत्ता मोह में उसे त्याग दिया। यह लड़ाई सोनिया गांधी के वैचारिक मंथन से सनातन मार्ग की रक्षा करने की है। सोनिया गांधी का संगठन किसी भी तरह भारतीय

महाविद्यालय स्तर से ही पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकलते हैं। कालेजों  में खेल प्रशिक्षण जरूरी हो… हिमाचल प्रदेश में सत्तर के दशक में बना हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला अगले कई दशकों तक सभी विधाओं में स्नातक डिग्री से लेकर पीएचडी तक शोध करवाता रहा है। जैसे जैसे शिक्षा में उत्कृष्टता की जरूरत

उसने सिर्फ यह देखा कि उसको थप्पड़ लगा है और उसका अपमान हुआ है। काम देखा, काम के पीछे की नीयत नहीं देखी। इसमें कोई दो राय नहीं कि जब कोई व्यक्ति कोई बात करे या कोई काम करे, चाहे वह हमसे संबंधित हो या न हो, तो हमें उसका व्यवहार तो नज़र आता है,

देश में आयुर्वेद के कई संस्थान हैं जहां कई विदेशी लोग अपना इलाज करवाते हैं। बहरहाल अनादिकाल से दुनिया को मेडिटेशन से लेकर मेडिसिन तक का अद्भुत ज्ञान देने वाले ऋषियों के देश भारत में मेडिकल के छात्रों को ‘महर्षि चरक शपथ’ लेना गर्व का विषय होना चाहिए… भारत में सन् 1991 से प्रतिवर्ष एक

इसमें काबिलेगौर बात यह है कि कई बार महिलाएं शर्म, झिझक या सामाजिक बदनामी की वजह से अपने परिवार के किसी पुरुष द्वारा किए जाने वाले शारीरिक शोषण को खुलकर नहीं कह पाती हैं। ऐसे में घर का ही सदस्य उनका शारीरिक शोषण करता है और महिलाएं इसका विरोध नहीं करती हैं। परिवार टूटने या

विश्व कीर्तिमान बनाने वाले प्रदेश के ये 6 शतरंज कौतुक भी इस दिशा में प्रयत्नशील हैं। क्या ही अच्छा हो कि हमारे प्रदेश से भी कोई ग्रैंड मास्टर बने… क्या हम लगातार दिन-रात बिना सोए 24 घंटे गुज़ारने की सोच भी सकते हैं? अमूमन नहीं। परंतु जिनमें ज़ज़्बा होता है, मंजिल पाने का अदम्य साहस

ऐसे में चीन की बेल्ट रोड योजना की सफलता को रोकना उनके लिए महत्त्वपूर्ण होगा। आने वाले समय में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय ताकतों द्वारा अपने-अपने हितों की रक्षा की रस्साकशी के अंतिम परिणाम के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन माना जा सकता है कि चीन की बेल्ट रोड योजना लक्ष्य तक पहुंच पाएगी,

सभ्य तथा शालीन पर्यटक का तो प्रदेश की धरती पर स्वागत हो सकता है, परंतु ग़ैर-जि़म्मेदार, मनचले तथा असभ्य लोगों के लिए तो सख्त तथा मजबूत कानूनी डंडे की आवश्यकता है। पर्यटकों के लिए आचार संहिता की जरूरत है… हिमाचल प्रदेश की सुंदर धरती को कौन नहीं निहारना चाहता? इस प्रदेश का प्राकृतिक सौंदर्य अनायास