आस्था

*           सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है, जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो *           तपस्या धर्म का पहला और आखिरी कदम है *           मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती, धर्म करने से पाप नहीं रहता और मौन रहने से कलह नहीं होती *           क्रोध ऐसी आंधी है, जो विवेक को नष्ट कर देता

कई बार रात को सोते वक्त तकिए की गलत पोजीशन की वजह से गर्दन में मोच आ जाती है या फिर एक्सरसाइज के दौरान भी गर्दन में झटका आ जाता है, जिसकी वजह से आपको गर्दन हिलाने में परेशानी होती है। गर्दन की इस मोच को मेडिकल भाषा में विप्लेश कहते हैं। गर्दन में मोच

कानिफानाथ बोले कि माता जी! आपके बेटे ही ने उन्हें छुपा रखा है। यदि मेरी बात पर आपको विश्वास नहीं है, तो अपने पुत्र से ही पूछ कर  देख लो। पूरी जानकारी हासिल करके ही मैं उन्हें यहां ढूंढने आया हूं। फिर गोपीचंद की तरफ देखकर बोले, राजन अब तो बता दो कि आपने हमारे

– डा. जगीर सिंह पठानिया सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, आयुर्वेद, बनखंडी लौकी की उपयोगिता लौकी  का बेलनुमा पौधा होता है, जो धरती पर भी फैलता है, वृक्षों पर भी फैलता है तथा इसकी अच्छी फसल के लिए कृत्रिम सहारा यानी तन कौरा भी बनाए जाते हैं। इसे सब्जी के रूप में, चने की दाल में बेसन

गतांक से आगे… तब धु्रव ने कहा, पितामह! मुझे ईश्वर की गोद में बैठना है, किंतु मुझे उसका मार्ग नहीं पता। देवर्षि तो सब जानते ही थे, ये सुनकर उन्होंने धु्रव को ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ ये अमोघ मंत्र दिया और कहा इसी के सहारे तुम अवश्य ईश्वर को प्राप्त करोगे। अब तो धु्रव को

*  नारियल के तेल में हल्दी और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर मलें। आधे घंटे बाद साबुन से धो लें। *  एलोवेरा जैल में भिगोए हुए बादाम का पेस्ट मिलकार रोज रात को चेहरे पर लगाएं और सुबह धो लें। *  गुलाब के फूल को पीस कर उसमें ग्लिसरीन और एलोवेरा जैल

स्वामी रामस्वरूप हम सदा वेद विद्या की सुनने की क्रिया से जुड़े रहें। इससे कभी पृथक न हों। यही हमारा दुर्भाग्य है कि हम वेदों की वाणी को आचार्य के मुख से लगभग महाभारत काल अर्थात पांच हजार तीन सौ वर्ष से सुनना त्याग चुके हैं। फलस्वरूप वेदों में ईश्वर का दिया ज्ञान समाप्त प्रायः

करवा चौथ का पर्व भारत में उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में मुख्य रूप से मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को किया जाता है। करवा चौथ स्त्रियों का सर्वाधिक प्रिय व्रत है। यों तो प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को गणेश जी और चंद्रमा का व्रत किया जाता है, परंतु इनमें करवा चौथ का सर्वाधिक महत्त्व है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अटल सुहाग, पति की दीर्घ आयु, स्वास्थ्य एवं मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं। वामन पुराण में करवा चौथ व्रत का वर्णन आता है...

स्कंद षष्ठी का व्रत कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को किया जाता है। यह व्रत संतान षष्ठी नाम से भी जाना जाता है। कुछ लोग आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी मानते हैं। स्कंदपुराण के नारद-नारायण संवाद में संतान प्राप्ति और संतान की पीड़ाओं का शमन करने