विचार

( सूबेदार मेजर (से.नि.) केसी शर्मा, गगल ) बहते पानी में नहाने का शौक अब तक न जाने कितनी जिंदगियों को लील चुका है, लेकिन हमारे आचरण में आज भी कोई सबक नजर नहीं आता। हम आज भी मौका पाते ही किसी नजदीकी खड्ड या नाले में नहाने को उतर जाते हैं, बिना किसी खतरे

( डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) चारे का भूत लो फिर से हुंकारता, अब चारे का भूत, चला सूंघने है कहां, यह संपत्ति अकूत। यह संपत्ति अकूत, सात पुश्तों को तारा, ढांचा है गोवंश, हड्डियों का बेचारा। राज सिंहासन फिर मिला, श्रवण चूसते रोज, बिना डकारे निगलते, ऐसी कर ली खोज। धीरे-धीरे पग धरें,

सर्दियों में छह माह तक बर्फ की कैद में रहने वाले लाहुल के लोगों का वनवास खत्म होने वाला है। साल बाद ये दुर्गम इलाके के लोग दुनिया भर से जुड़े रहेंगे। इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है, जिन्होंने हिमाचल में रोहतांग टनल का ऐलान कर प्रदेश की

गुरुदत्त शर्मा लेखक, शिमला से हैं प्रदेश के आधे से ज्यादा सरकारी उपक्रम घाटे में चल रहे हैं और सभी निगमों, बोर्डों का घाटा अब तक वर्ष (2015-16) में 3167 करोड़ तक पहुंच गया है। निरंतर रुग्णता की ओर अग्रसर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के संबंध में एक नई एवं निश्चित नीति प्रदेश सरकार को

मोदी सरकार के तीन साला आकलन के संदर्भ में पाकिस्तान और कश्मीर बेहद महत्त्वपूर्ण, गंभीर और संवेदनशील मुद्दे हैं। पाकिस्तान को किसी भी मोर्चे पर काबू नहीं किया जा सका है। चीन के साथ उनकी सांठगांठ और आर्थिक गलियारे का निर्माण ऐसे मुद्दे हैं कि भारत के राष्ट्रीय हित और संप्रभुता तक प्रभावित हुए हैं।

ललित गर्ग लेखक, स्वतंत्र पत्रकार हैं आप एवं केजरीवाल के पतन का मुख्य कारण नकारात्मक, अवसरवादी, स्वार्थी और झूठ पर आधारित राजनीति है। इसका एक बड़ा कारण अपने स्वार्थ एवं सत्ता की भूख भी है। राष्ट्र की मजबूती के लिए संकल्पित होने का ढोंग करने वाले जब देश को बांटने वाली विचारधारा से जुड़ जाते

(गुरमीत राणा, खुंडियां, कांगड़ा) अभी हाल ही में बारहवीं व दसवीं के वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। बारहवीं कक्षा की रैंकिंग में जहां सरकारी विद्यालयों का दबदबा रहा, वहीं दसवीं के परिणामों में निजी स्कूल बाजी मार गए। यह दर्शाता है कि मेधावी बच्चे हर क्षेत्र के विद्यालयों में मौजूद हैं, चाहे वे सरकारी

(डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर) कुलभूषण जाधव पर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में सुनवाई पूरी हो गई, जिसमें भारत और पाकिस्तान ने जिरह में अपनी-अपनी दलीलें रखीं। जिस मजबूती के साथ कोर्ट में भारत ने अपना पक्ष रखा है, उससे उम्मीद है कि फैसला भी भारत के पक्ष में ही आएगा। यह दीगर है कि पाकिस्तान

(डा. राजेंद्र प्रसाद शर्मा, जयपुर) बदलते आर्थिक-सामाजिक परिदृश्य में संयुक्त परिवार बीते जमाने की बात होते जा रहे हैं। एक समय था जब एक ही छत के नीचे दादा-दादी, ताऊ-ताई, चाचा-चाची और भाई-बहनों से भरा-पूरा परिवार रहता था। आज उसकी जगह एकल परिवार ने ले ली है। समय में तेजी से बदलाव को इस तरह