वैचारिक लेख

लोक कलाओं को ढो रहे परंपरागत तथा पुश्तैनी कलाकारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। विभिन्न कलाओं को आगे बढ़ाने में समाज के सभी धर्मों, वर्गों, जातियों का योगदान रहता है। इन्हें आर्थिक संरक्षण दिए जाने की नितांत आवश्यकता है। प्रदेश में विभिन्न कलाकारों एवं कलाओं के संरक्षण, संवर्धन तथा सांस्कृतिक विकास के उद्देश्य से

अशोक गौतम ashokgautam001@Ugmail.com अभी वे अपनी श्रीमती के प्रधान होने के सबूत भी नहीं दे पाए थे कि अचानक सरकार के आदेश आ धमके। सरकार ने सख्त आदेश जारी किए थे कि महिला प्रधानों के कार्य में उनके पतिजी कोई दखल नहीं देंगे। जो ऐसा करता पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई

आश्चर्य यह है कि प्रकृति का पूजन करने वाली भारतीय संस्कृति आज हमारी धरती, पानी और वनस्पति को नष्ट करने पर तुली हुई है। इसकी तुलना में भोगवादी कहलाने वाली अमरीकी संस्कृति ने तमाम क्रियाशील जलविद्युत परियोजनाओं को सिर्फ  इसलिए हटा दिया है कि वहां के लोग खुली और अविरल बहती हुई नदी में स्नान

हिमाचल प्रदेश के किन्नर कैलाश, धौलाधार और मध्य हिमालय क्षेत्र में विगत 10 वर्षों में 265 नई ऐसी झीलों का निर्माण रिकॉर्ड किया गया है जिससे संपूर्ण ऊपरी क्षेत्र में एवलॉन्च आने की गति और संख्या दोनों बढ़ सकती हैं… भारत में यद्यपि विश्व के अन्य भूभागों की तरह बड़ी नदी बांध परियोजनाओं के विरोध

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं अपने घर से निकले पंडित जॉन अली, इससे पहले कि गली में ़गुम होते, मैंने उन्हें आवाज़ देकर चाय के लिए रोक लिया। मैं, धूप में उनके लिए कुरसी लगाते हुए बोला, ‘‘पंडित जी, चाय फ्री तो मिलेगी नहीं। पहले मेरी शंका का निवारण करें। कल विनोबा भावे का

चूंकि सरकारी बैंकों में बड़ी तादाद में कर्मचारी हैं, अतएव निजीकरण के बाद खरीददार कर्मचारियों को किस तरह रोजगार में बनाए रखेगा, इस विषय पर भी विस्तृत खाका तैयार किया जाना होगा। साथ ही सरकारी बैंकों के सफल निजीकरण के लिए सरकार के द्वारा परिचालन के मसलों को भी प्रभावी ढंग से निपटाया  जाना होगा।

इसके अतिरिक्त कच्ची घानी तेल की पैदावार करने के लिए बैलों पर आधारित ऑयल मिल स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाना चाहिए, जिससे गांवों में दिन-प्रतिदिन बढ़ती बेरोजगारी की समस्या का भी समाधान होगा। जो युवा किसान बैलों पर आधारित कृषि बिजाई का कार्य करना चाहते हैं, उन्हें मनरेगा के अंतर्गत कार्य दिवस के

निर्मल असो स्वतंत्र लेखक जब से सांसद दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा छोड़ी है, देश भर में घुटन बढ़ गई है। बेरोजगारों या बुद्धि के मारों को इतना कुछ सह कर भी घुटन नहीं हुई, मगर संसद में पहुंचे टीएमसी के लोगों को हो रही है। किसी ने कहा इसके पीछे भी नेहरू की नीतियां दोषी

-नरेंद्र कुमार शर्मा, भुजड़ू, मंडी टूल किट किसानों के विरोध से जुड़ी एक और अराजकता है। इसका कनेक्शन खालिस्तान से जोड़ा गया है। 22 साल की दिशा रवि इस घोटाले में शामिल बताई जा रही हैं। उन्हें हाल में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने किसानों के समर्थन में यह संदेश साझा किया था। इसने विरोध