ब्लॉग

कर्म सिंह ठाकुर लेखक सुंदरनगर से हैं हिमाचल सरकार ने प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार से जोड़ने के लिए यह योजना शुरू की है। यह योजना 18 से 45 वर्ष के उन युवाओं के लिए शुरू की है जो उद्योग, सर्विस सेक्टर, व्यापार स्थापित करना चाहते हैं। किसी भी कार्य को शुरू करने

कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार आज स्थिति यह है कि इनकी लड़कियों का अपहरण हो जाता है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। आजकल यूएसए में जनगणना शुरू होने वाली है, लेकिन सरकार इनकी संख्या को दर्ज करने से बचती रहती है, ताकि रिकार्ड में इनकी संख्या कम दिखाई जा सके। लेकिन पिछले कुछ साल

कर्नल (रि.) मनीष धीमान स्वतंत्र लेखक पिछले सप्ताह देश-प्रदेश की कुछ मुख्य घटनाएं, जिनमें पर्यटन उद्योग को देखते हुए हिमाचल सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को खुली छूट दे दी थी, पर कोरोना के मामले बढ़ जाने की वजह से सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वालों पर  दोबारा प्रतिबंध लगा दिया

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार सचिन पायलट को भरोसा था कि इस जीत का उन्हें पुरस्कार मिलेगा और राज्य में उन्हें नेतृत्व की कमान सौंपी जाएगी। हालांकि मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अच्छा काम किया, किंतु सरकार के निर्माण के लिए वह उस स्कोर को अर्जित नहीं कर पाए जिसे सचिन पायलट ने

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश की अधिकांश आबादी गांव में रहती थी, वहां पर सवेरे-शाम  वर्षों पहले से ही विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ कृषि व अन्य घरेलू कार्यों में सहायता करता था। विद्यालय आने-जाने के लिए कई किलोमीटर दिन में पैदल चलना पड़ता था। इसलिए उस समय के विद्यार्थी को किसी भी

सुखदेव सिंह लेखक नूरपुर से हैं गंदा पानी पीने से सबसे अधिक बीमारियां फैलती हैं। यही वजह है कि आजकल बीमारियों से बचने के लिए लोग मिनरल वाटर पीने को ज्यादा तरजीह देते हैं। गरीब आदमी के लिए दो वक्त की रोटी तैयार करना भी आसान काम नहीं, तो फिर ऐसे में मिनरल वाटर पीना

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार सफलता का चौथा महत्त्वपूर्ण सिद्धांत है उत्पादकता का नियम। इसके लिए दो मूलभूत आवश्यकताएं हैं। पहली तो यह कि हममें काम सही ढंग से पूरा करने के लिए आवश्यक योग्यता हो, यह योग्यता तकनीकी भी हो सकती है, इसे सीखना आपका काम है, लेकिन उत्पादकता से जुड़ा दूसरा पहलू है अनुशासन।

प्रताप सिंह पटियाल लेखक बिलासपुर से हैं वर्तमान में विश्व में इजराइल, तुर्की, ग्रीस, ताईवान, साइप्रस, उत्तर कोरिया, ईरान, क्यूबा, फिनलैंड व हंगरी जैसे देशों में कुछ शर्तों सहित अनिवार्य ‘मिलिट्री सेवा’ (कन्सक्रिप्सन) का प्रावधान है। लिहाजा रक्षा क्षेत्र में यदि दुनिया के ऐसे मुल्कों की मिसाल कायम करनी है तो देश के शासकों को

काहन सिंह ठाकुर सेवानिवृत्त सूबेदार निजीकरण व्यवस्था नहीं, बल्कि पुनः रियासतीकरण है, जमींदारी प्रथा का आगमन है। मात्र 70 साल में ही बाजी पलट गई। जहां से चले थे उसी जगह पहुंच रहे हैं हम, फर्क सिर्फ  इतना कि दूसरा रास्ता चुना गया है और इसके परिणाम भी ज्यादा गंभीर होंगे। 1947 में जब देश