विचार

( विपिन कुमार, मंडी ) गाय को हिंदू धर्म में विशिष्ट स्थान दिया गया है, परंतु आजकल गाय या यूं कहें कि संपूर्ण गोवंश की दुर्दशा हर संवेदनशील व्यक्ति को व्यथित कर जाती है। दूध न देने वाली गउएं, बेवश बछड़े व बैल भूखे-प्यासे सड़कों पर भटकने हेतु मजबूर हैं। चारा तो दूर की बात,

( डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) मुरझाए क्यों आप ? माननीय यह क्या हुआ, मुरझाए क्यों आप, मुंह पर पट्टी, खांसते, हाथ रहे क्यांे कांप। हाथ रहे क्यों कांप, हाय यह क्या कर डाला, धुआं उठ रहा झूठ-मूठ, या है सच में घोटला। करोड़ की घूस पर, ईवीएम से मार, आरोपों को भेदती, कद्दू

स्मार्ट सिटी धर्मशाला का समूचा विकास महज राजनीतिक कारणों के चलते ही हुआ है। यह सियासत ही थी कि कभी यहां हिमाचल भवन बना तो कभी कोई क्षेत्रीय कार्यालय। कभी विधानसभा परिसर अस्तित्व में आया तो कभी मिनी सचिवालय की इमारत बुलंद हुई। दूसरी राजधानी का दर्जा भी इसी फेहरिस्त में शामिल है। इस बार

पहले दस दिन में ही एक हजार करोड़ रुपए की कमाई करने वाली बाहुबली द कान्क्लूजन-2 को लेकर बिलासपुर के युवाओं में खासा क्रेज है। वर्ष 2015 में आई दि बाहुबली बिगनिंग को देखने के बाद देश का हर वर्ग इसके दूसरे भाग के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। 28 अप्रैल

पहले दस दिन में ही एक हजार करोड़ रुपए की कमाई करने वाली बाहुबली द कान्क्लूजन-2 को लेकर हमीरपुर के युवाओं में खासा क्रेज है। वर्ष 2015 में आई द बाहुबली बिगनिंग को देखने के बाद देश का हर वर्ग इसके दूसरे भाग के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। 28 अप्रैल

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं दिल्ली में उन दिनों आम चर्चा थी कि जब अन्ना हजारे ने मरण व्रत रखा था, तो केजरीवाल की ख्वाहिश थी कि वह व्रत न खोलें, शहीद हो जाएं ताकि केजरीवाल के हाथ भी अपनी पार्टी के लिए एक नया गांधी मिल जाता, जिसकी पीठ पर सवार

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं कश्मीर घाटी में पीठ पीछे हमला करने वाले आतंकवादियों से निपटने से कहीं ज्यादा खतरा आपके मुंह पर भद्दी-भद्दी गालियां निकालते, पत्थर फेंकते कश्मीरी लोगों से है, जहां सैनिकों के हाथों में बंदूकें होते हुए भी उन्हें धैर्य की पराकाष्ठा को लांघकर अपना मानसिक संतुलन बनाए रखना पड़ता

सवालों की सलाखों के पीछे विवाद को समझना आसान होता, तो राजनीति अपने काले सायों को छिपा लेती, इसलिए हिमाचल में भी नरमुंडे प्रश्न खूंखार होते जा रहे हैं। कहां तो कांग्रेस के दामन में हमीरपुर भाजपा का एक नेता सिमट गया और कहां प्रश्न यह उठता है कि बिलासपुर का विधायक अपनी ही पार्टी

( दिनेश नेगी, संधोल, मंडी ) प्राचीन काल से हमारे देश में तांबे के बरतन में पानी रखकर पीने की परंपरा रही है। अब पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित होकर अब लोगों ने प्लास्टिक की बोतलों में पानी भरकर पीना शुरू कर दिया है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। हाल ही में इंग्लैंड